Saturday, January 25, 2020

गणतंत्र से आप क्या समझते है!!!!???

   "वह शासन प्रणाली जिसमें प्रमुख सत्ता लोक या जनता अथवा उनके चुने हुए प्रतिनिधियों के हाथ में होती है और जिसके पास एक चुना गया या नामांकित राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री होता है न कि सम्राट या राजा"  यह परिभाषा आपको मिलेगी अगर आप गणतंत्र के अर्थ को गूगल(Google) पर खोजेंगे, एक गणतांत्रिक(Republican) राज्य की स्पष्ट अवधारणा इस वाक्य में दी गई है, इसी कड़ी में मैं लोकतंत्र के बारे में अब्राहम लिंकन द्वारा कही गयी एक परिभाषा जोड़ रहा हूं जिसमें उन्होंने कहा था कि

"लोकतंत्र(Democracy) लोगो के लिये लोगों के द्वारा लोगों का शासन है"

यहाँ आप दो शब्द गणतंत्र (Republic) और लोकतंत्र (Democracy) के बीच की समानता का पता लगा सकते हैं, बल्कि आप कह सकते हैं कि दोनो एक ही सिक्के के दो पहलू है, इस अवधारना को स्पष्ट रूप से समझने के लिए हमें राजतंत्र अथवा राजा की अथवा सम्राटीय(monarchy)  व्यवस्था का अर्थ और अवधारणा को भी समझना होगा, राजतंत्र(Monarchy) का अर्थ है




"वह राज्य और शासन जिसकी सारी सत्ता शक्त़ि एक व्यक्त़ि या राजा के हाथ में हो,
तो एक 'राजा', हम सभी इस शब्द 'राजा' के बारे में जानते है, जो सभी लोगो से उपर होता था और राज्य के सभी लोगो उसके सामने झुकना पड़ता था और उसके द्वारा ये  दिये गये सारे आदेशों को लोगो को मानना पड़ता था, कोई उसके आदेश के खिलाफ कुछ बोल नहीं सकता था, सवाल नहीं कर सकता था, इसी सारे में एक सम्राट के शब्द मैं जोडूंगा जिसमे उसने कहा था 

"मैं ही राज्य हूं और मेरे शब्द कानून है"

आप जानते है ये किसने कहा था और इस तस्वीर में ये व्यक्त़ि कौन है!? लूई सोलहवा, फ्रांस के अन्तिम राजा, इन्ही के समय में फ्रांस की क्रांति अस्तित्व में आई थी और फ्रांस की जनता ने राजतंत्रिय व्यवस्था को उखाड़ फेका था, तो राजा का मतलब निरंकुश निर्विवाद जिसपे कोई सवाल न कर सके, मैं बिल्कुल इतिहास के कुछ अच्छे राजाओ से पल्ला नहीं झाड़ रहा मगर इतिहास के ज्यादातर राजा अपने प्रजा जनता के लिये विनाशक थे, तो हम समझ सकते हैं कि एक गणतांत्रिक व्यवस्था में राजा का कोई प्रावधान या व्यवस्था नहीं है, यह वास्तव में राजतंत्रिय व्यवस्था के एकदम विपरीत है, जिसमें लोग किसी गणतांत्रिक राज्य के किसी भी विभाग प्रमुख से निर्भय होकर सवाल कर सकते है, चर्चा कर सकते है, और यहाँ तक कि निर्विवाद व्यक्त़ि को उसके पद से हटा भी सकते है, ध्यान देने वाली बात यह कि गणतांत्रिक राज्य का एक प्रमुख राजा नहीं है, बल्कि वह केवल एक प्रतिनिधी है, हमें उससे पूछने का अधिकार है, अगर वह पद पर रहकर दुर्व्यवहार करता है या उस पद का दुरूपयोग करता है तो उसे राज्य के किसी समान्य नागरिक की तरह अपराधी माना जायेगा
और उसे समान रूप से दंडित किया जायेगा, यह वही है जो पुरानी प्रणाली में नहीं हो रहा था, तो हमलोग लगभग बिल्कुल उल्टा करेगें जो कि एक राजा के व्यवस्था में हो रहा था, तो हम अपने अधिकार से अवगत हो ही गये, साथ ही साथ हमें अपने गणतांत्रिक राज्य में अपने कर्तव्यों को भी जानना चाहिए|

कर्तव्य:-

संविधान का समर्थन और रक्षा करें,

आप और आपके समुदाय को प्रभावित करने वाले मुद्दो से अवगत रहे,

लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें,

राज्य और स्थानीय कानून का सम्मान और पालन करें,

दूसरो अधिकारों, विश्र्वासो और विचारों का सम्मान करें,

आय और अन्य करो का इमानदारी से और समय पर राज्य और स्थानिय अधिकारियों को भुगतान करें,

जरूरत पड़ने पर देश की रक्षा करें




यह ज्यादातर सभी रिपब्लिक राज्य के लिए आम है, आप अपने स्वयं के राज्य या देश के मौलिक कर्तव्यों को खोज और पढ़ सकते हैं, इसलिए गणतंत्र देश न केवल इसमें स्वतंत्रता का आनंद लेने के बारे में है, बल्कि इसे मौलिक कर्तव्यों का पालन करना भी है, और जागरूक होकर इसका मूल अर्थ है कि हम एक फलदायी और शांतिपूर्ण समाज और एक देश का निर्माण कर सकते हैं।

---मुशाफिर तबरेज के द्वारा

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2 comments:

  1. हम भी प्रतीक्षा में थे कि आप कब "गणतंत्र " शब्द के वास्तविक अर्थ के बारे में जानकारी देगें।
    बहुत अच्छी लेखन शैली है। 👌👌

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